Sunday, September 14, 2008

स्वतंत्रता

स्वतंत्रता क्या है ...

किसी साम्राज्य से मुक्ति

या जंजीरों से छुटकारा

स्वशाशन या लोकतंत्र की बहाली

या विचारों और धर्म की स्वतंत्रता

या इसके मायने कुछ और ही हैं

स्वतंत्रता....

भ्रस्टाचार का अंत

अशिक्षा उन्मूलन

बेकारी और बेरोज़गारी से मुक्ति

आतंकवाद का सफाया

अमन और चैन

एक आदर्श साम्राज्य की स्थापना

यही स्वाधीनता है

यही स्वतंत्रता है....

7 comments:

पवन मिश्रा said...

मुझे खुशी हुई ऐसी जागरूक कविता पढ़ कर, सच में यही तो है स्वतंत्रता. और इन अर्थों में हम आज भी गुलाम हैं.
यदि ब्लॉग सम्बन्धी किसी जानकारी की ज़रूरत हो तो आप मेरा ब्लॉग देखें. 'ब्लॉग्स पण्डित' http://blogspundit.blogspot.com/

शोभा said...

आप हिन्दी में लिखते हैं. अच्छा लगता है. मेरी शुभकामनाऐं आपके साथ हैं.

Kavita Vachaknavee said...

नए चिट्ठे का स्वागत है.
निरंतरता बनाए रखें.
खूब लिखें, अच्छा लिखें.

रश्मि प्रभा... said...

भ्रस्टाचार का अंत

अशिक्षा उन्मूलन

बेकारी और बेरोज़गारी से मुक्ति

आतंकवाद का सफाया

अमन और चैन

एक आदर्श साम्राज्य की स्थापना

यही स्वाधीनता है
.................
shuruaat shaandaar

Udan Tashtari said...

हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

वर्ड वेरिपिकेशन हटा लें तो टिप्पणी करने में सुविधा होगी. बस एक निवेदन है.

राजेंद्र माहेश्वरी said...

जब तक हम सब अपने स्व के अधीन नहीं होगे, स्वाधीनता हमें नहीं मिलेगी।
स्वागत है।

Tarun said...

bahut khoob likha hai swatantra ke uppar

swagat hai hindi chitthajagat me.